Wednesday, May 16, 2018

ऐसी बातें जो हम श्रीमद भगवद गीता से सीख सकते है

 ऐसी बातें जो हम श्रीमद भगवद गीता से सीख सकते है


श्रीमद् भगवद्गीता हिन्दुओं का एक बहुत ही (sacred book) पवित्र ग्रन्थ है| महाभारत (mahabharat) का वह भाग, जब भगवान श्री कृष्ण (bhagwan shri krishan) ने अपने उलझे हुए मित्र अर्जुन को महाभारत के युद्ध में सलाह (suggestion in war) दी थी|

उस समय भगवान श्री कृष्णा ने जीवन के रहस्य (secret of life) अपने कथनों के माध्यम से अर्जुन को समझाए थे, वे कथन (those words) आज भी हर व्यक्ति के जीवन में उतने ही महत्वपूर्ण और सही दिशा दिखाने वाले है, जितने की महाभारत के समय अर्जुन के लिए थे !
अगर आप कभी भी अपनी ज़िन्दगी के किसी भी मोड़ में (confused in life) दोराहे पे हो, तब आपकी हर एक परेशानी (all problem can be solved by shrimad bhagwad gita) का जवाब भगवत गीता में मिल सकता है| महात्मा गाँधी (mahatma Gandhi) एवं उनके जैसे विश्व के कई महापुरुषों (other great personalities) के लिए भगवद्गीता उनका जीवन दर्शन रही है|

जो हुआअच्छे के लिए ही हुआजो हो रहा हैवह भी अच्छे के लिए ही हो रहा हैजो होगा वो भी अच्छे के लिए ही होगा

आप जिस भी वजह से निराश (Sad) है, उसे भूल (forget) जाये| वर्तमान (present) में अगर कुछ आपको बहुत ही दुःख दे रहा है, उसके पीछे निश्चित ही बहुत अच्छा कारण (reason behind that) छुपा हुआ है| ये एक चक्र है, जो आपको स्वीकारना (you have to accept it) ही होगा| इसलिए न भविष्य (future) और न ही पिछले बीते हुए (past) समय के बारे सोचिये| आपके पास वर्तमान (present) है, उसे खुश होकर आनंद के (enjoy with happiness) साथ जिए|

परिवर्तन ही संसार का नियम है – 

एक पल में ही आप राजा (king) बन सकते है या (beggar) फ़कीर| पृथ्वी भी स्थिर (stable) नहीं है यह भी घूमती रहती है – दिन खत्म होने के बाद रात (night) आती है, बहुत गर्मी (summer) के बाद एक सुखद मानसून (monsoon) आता है| ये बाते इस कथन की पुष्टि करती है कि परिवर्तनशीलता संसार का नियम है (Change is a Rule of World) इसलिए उन बातों और वस्तुओं के लिए दुखी होने की आवश्यकता (no need to be tense) नहीं है, जो निश्चित नहीं है| परिवर्तन स्वीकार (accept the change) करना, आपको हर कठिन परिस्थिति (hard situations) में खुश रहने की शक्ति (power) देता है|

Change is a Rule of World


हमारी समस्या (problem) यह है कि हम खुद को ही नहीं जानते| हम में से ज्यादातर लोगों (mostly peoples) ने खुद से कभी मिलने की कोशिश ही नहीं की| मैडिटेशन (meditation) हमें खुद से मिलाता है और जब हम खुद को जान जाते है, तो हमें पता चलता है कि (life is magical) जिंदगी जादुई है| मैडिटेशन किसी भी व्यक्ति की जिंदगी (meditation can change anybodies life) बदल सकता है|


Life is like a Temple Run. You run endlessly to reach nowhere, collecting coins, and then use those coins to run more efficiently to get nowhere.
आज हम में से ज्यादातर लोगों (mostly people) की जिंदगी Temple Run गेम की तरह हो गयी है, जिसमें एक लड़का भागता (one boy runs) रहता और पैसे इकट्टा (collecting money) करता रहता है| लेकिन उस लड़के यह नहीं पता होता कि वह (where is he going) कहाँ जा रहा, क्यों जा रहा है और उसे कहाँ जाना हैं| वह अधिक से अधिक पैसे इकट्टे (collecting more and more money) करने की कोशिश करता है ताकि और अधिक तेजी (so he can run more faster) से भाग सके|

जो आप सोचते हो और जिन बातों पर आप विश्वास (things you believe) रखते है – आपके साथ वैसा ही होता है (happens the same) और आप वैसे ही बन जाते है| अगर विश्वास करते हो कि आप एक खुशमिजाज व्यक्ति (fun loving person) हो, तो आप खुश रहेंगे (live happily) और अगर नकारात्मक विचार (negative thoughts) लाएंगे, तो आप दुखी हो (you became sad)  जाओगे ! अगर आप विश्वास करोगो कि आज का (today is a good day) दिन अच्छा है, तो आपका दिन अच्छा हो जाएगा|


भगवद गीता की यह पंक्ति (line of shrimad bhagwad gita) हम सभी के लिए बहुत ही (very important) महत्वपूर्ण है| हम हमेशा पैसा (money), अच्छा घर (home), अच्छी गाड़ी (costly car) और सुरक्षित भविष्य (safe future) की इच्छा लिए ही काम करते है| लेकिन ज्यादातर लोग (mostly people) जिंदगी को एक रेस (race) समझकर इसलिए दौड़ (running) रहे है कि उन्हें जल्द से जल्द मंजिल (reach their target faser) मिल जाए| और जब मंजिल मिलती है, तब भी उन्हें ख़ुशी नहीं मिलती (not feeling happy) और वे अगली मंजिल के लिए भागना शुरू कर देते है| वे कभी समझ ही नहीं पाते की “जिंदगी (life) एक यात्रा है, न कि मंजिल और जिंदगी में ख़ुशी आपको अच्छी यात्रा (good traveling) करने से मिलेगी न कि अच्छी मंजिल प्राप्त करने से”|


संशय (Doubt) के साथ हमारे दिमाग (brain) पर एक अस्पष्ट विचारो का पर्दा (curtain of doubts) आ जाता है| संदेह हमे डरपोक (coward) और अस्थिर (unstable) बना देता है| संदेह के कारण व्यक्ति, कभी भी साहस भरे निर्णय (cant take decision) नहीं ले पाता और वह कड़ी मेहनत (hard work) करने के बावजूद, हारे हुए व्यक्ति की तरह (living life like a looser) जिंदगी जीता हैं|
मनुष्य अपने विचारो से ऊंचाईयां (touch sky with their thoughts) भी छू सकता है और खुद को गिरा (can fall too) भी सकता है – क्योंकि हर व्यक्ति खुद का मित्र (friend) भी होता है और शत्रु (enemy) भी
आप खुद के सबसे अच्छे मित्र है, आपकी हर परेशानी का हल आप (you have the solution of your problems) ही के पास है किसी और किसी के पास नहीं| अगर आप अपनी परेशानी के लिए दस मित्रो से सलाह (suggestion from 10 friends) लेने जायेंगे तो आपको मदद (can’t get any help) नहीं मिल पायेगी, क्योंकि उनके पास दस अलग-अलग सुझाव होंगे| आपको खुद से जुड़ना होगा और स्वंय पर विश्वास (believe in yourself) रखना होगा|
डर के साथ हम कुछ (cant do anything with fear) नहीं पा सकते| भय और चिंता (sear and stress) दो शत्रु है जो हमारे सुख – शांति की बाधा (hurdle) है, इसलिए हमे पूर्ण रूप से अपने मन से इन्हें निकालने का प्रयास (try to remove from your mind) करना चाहिए

Anmol vichar ten



  1. अगर जीवन में समृद्धि (growth) और सफलता (success) चाहिये तो सबसे पहले आलस्य का (sacrifice your laziness) त्याग करो।

  1. माता-पिता (parents) का अपनी संतान (childrens) के लिये,गुरुजनों (teachers) का अपने शिष्यों (students) के लिये,देशभक्तों (patriots) का अपने देश (राष्ट्र- country) के लिये प्रेम ही सच्चा प्रेम (true love) है।
  1. किसी रोगी (patient) को आरोग्य (health) देना एक सच्ची सेवा (true service) है।
  1. हमारे सुख-दुःख का कारण कोई अन्य व्यक्ति (other problem) या परिस्थियां (situation) नहीं बल्कि हमारे अच्छे एवं बुरे विचार (our good or bad thoughts) ही होते हैं।
  1. मैं जब तक जीयूंगा देश के लिये समर्पित (dedicated to my country) रहूँगा और देश के हित (for my country) में कुछ भी करना पड़े तो जरूर करूँगा।
  1. आहार (diet) से मानव का स्वभाव और प्रकृति (tendency and nature) प्रभावित होती है,शाकाहार (vegetarian) से स्वभाव शांत और गंभीरता (calm and serious) आती है जबकि मांसाहार (non-veg) से मानव हिंसक और उग्र (angry and aggressive) बनता है।

  1. अपने अतीत (future) को कभी मत (never forgot) भूलो,अतीत का स्मरण (always remember your past) हमे गलतियाँ दोहराने (repeating same mistake) से बचाता है।

  1. जीवन को छोटे लक्ष्यों (small targets) को समर्पित करना, जीवन का अपमान (insult) है।
  1. माता-पिता (parents) से बड़कर ना ही कोई पूजा (prayer) है और ना ही कोई धाम है। इस धरती पर माता-पिता (parents are god) ही भगवान हैं।
  1. बिना कर्म (work) के जीवन का कोई अस्तित्व (no presence) नहीं है अतः हमेशा अपना कर्म (always do your work) करते रहें।


विश्वकर्मा जी के 108 नाम

 भगवान विश्वकर्मा जी के 108 नाम उनके विभिन्न गुणों, क्षमताओं और दिव्यता को दर्शाते हैं। यहाँ विश्वकर्मा जी के 108 पवित्र नामों की सूची दी गई...